
यह तो जगजाहिर है इरोम जी ! भारतीय राजनीति में हर जगह भारत का कोई भी ऐसा राज्य नहीं हैं जहाँ पर खुलेयाम चुनावों में धन और दम का प्रयोग नहीं होता हो। समाजसेवा की भावना को हृदय में सजोने वालों के लिए राजनीति की डगर बहुत खुर्रदरा हैं।
चँद रुपयों में बिक जाते हैं इमान यहाँ
लगे चोटों पर मर्हम लगाऐं भी तो कैसे ।
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