गीता-सार

    दोस्तो !!
हम सभी के जीवन में सुख-दुख आता रहता है। कभी - कभी तो ऐसा होता है कि हम हताश और निराश हो जाते हैं। इसी स्थिति में कुछ लोग गलत निर्णय भी ले लेते हैं।
ऐसी स्थिति से बाहर निकलने के लिऐ भगवान कृष्ण द्वारा दिया गया यह उपदेश हमारी सहायता करता है और हमें शांति देता है।

    जो हुआ , अच्छा हुआ
    जो हो रहा है , अच्छा हो रहा है
    जो होगा , वह भी अच्छा होगा
    तुम्हारा क्या गया ? जो तुम रोते हो
    तुम क्या लाये थे ? जो तुमने खो दिया

    तुमने क्या पैदा किया ? जो नष्ट हो गया


       तुमने जो लिया , यहीं से लिया
       जो दिया , यहीं पर दिया
       जो आज तुम्हारा है ,
       कल किसी और का था
     और कल किसी और का होगा ।।