भारत के 14 वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
श्री रामनाथ कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। श्री कोविंद एक पिछड़ी जाति से आते हैं। इनका जन्म 1 अक्टूबर सन 1945 ई• को उत्तर प्रदेश के कानपूर के परौंख गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम माईकलाल और माता का कलावती देवी है।
रामनाथ कोविंद की प्रारम्भिक शिक्षा - दीक्षा प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सम्पन्न हुई। इसके बाद D.A.V. College से B.Com. और D.A.V College Of Law से LLB की पढ़ायी पूरी की।
प्रशासनिक क्षेत्र में आकर समाज सेवा करने की इच्छा के कारण ये दिल्ली आ गये और Civil services की तैयारी में जुट गये और अपने तीसरे प्रयास में सफलता भी प्राप्त कर ली। इनको यह विश्वास था कि इस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करेंगे। पर ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण इन्होनें यह नोकरी ठुकरा दी।
कोविंद जी विवाह 30 मई सन 1974 ई• को सविता कोविंद के साथ हुआ। इनके एक पुत्र जिनका नाम प्रशान्त और एक पुत्री जिनका नाम स्वाती हैं।
Civil services की नौकरी ठुकराने के बाद इन्होने दिल्ली हाइकोर्ट में वकालत शुरू की और 16 वर्षों तक अपनी सेवाऐं दी।
ये दो साल तक सन 1977 से सन 1979 तक केन्द्र सरकार के वकील रहे। श्री रामनाथ कोविंद जी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से प्रभावित थे ।
कोविंद जी सन 1994 में पहली बार राज्यसभा सदस्य के रूप में चुने गये और 12 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे।
ये भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
सन 2002 में इन्होनें संयुक्त राष्ट्रसभा को संबोधित किया ।
कोविंद जी सन 1994 में पहली बार राज्यसभा सदस्य के रूप में चुने गये और 12 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे।
ये भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
सन 2002 में इन्होनें संयुक्त राष्ट्रसभा को संबोधित किया ।
रामनाथ कोविंद जी ने पिछड़ी जाति के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए और समाज को शिक्षित बनाने के लिऐ काफी सफल प्रयास किये।
इनका जीवन निर्विवाद होने कारण भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उठाया जिसमें इन्होनें अपने विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार को बड़े अन्तर से हराया और 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यभार संभला।
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