भारत के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल ( Famous tourist place of India )
भारत के लगभग सभी राज्यों में ऐसे पर्यटक स्थल हैं जो केवल भारत भर में ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध है | पूर्व शासकों ने इस देश में ऐसे ऐसे स्मारक बनवाये जिसको देखकर मुख से निकल ही जाता है कि वाह ! क्या कलाकारी है ! हम कुछ ऐसे ही भारतीय स्मारकों की जानकारी आपके सामने रख रहे हैं जो भारत के विश्व प्रसिद्द पर्यटक स्थल हैं |
स्वर्ण मंदिर ( Golden Temple ) :
भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर जिले में यह स्वर्ण मंदिर स्थित है | यह सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल है | इस मंदिर का गुम्बद सोने से बना हुवा है | कहा जाता है कि इस मंदिर को कई बार कटरपंथी शासकों द्वारा तुड़वाया गया और इसका पुनर्निर्माण भी बार बार होता रहा | स्वर्ण मंदिर का निर्माण सिख गुरु अर्जन सिंह जी की देख - रेख में हुवा था और मुग़ल शासक अकबर के शासन काल में हुवा था | ऐसा सम्भव इसलिए हुवा क्योंकि ऐसा कहा जाता है की अकबर सभी धर्मों का सम्मान करता था |
जामा मस्जिद :
जामा मस्जिद , भारत की सबसे बड़ी मस्जिद के रूप में जानी जाती है | इसे मस्जिद -ए - जहाँ के नाम से भी जाना जाता है | जामा मस्जिद का निर्माण मुग़ल शासक शाहजहाँ ने 17 वीं शताब्दी में दिल्ली में कराया था | यह लाल किला के ठीक सामने स्थित है | इस मस्जिद में एक विशाल आयताकार अहाता है जो 75 मीटर लम्बा और 66 मीटर चौड़ा है | इस मस्जिद में एक साथ 25000 लोगों के बैठने की क्षमता है |
लाल किला :
लाल किला का निर्माण पांचवे मुग़ल शासक शाहजहां ने 17 वीं सदी में पुरानी दिल्ली में कराया था | इसे बनाने में लगभग नौ वर्ष का समय लगा | इसे रेड फोर्ट के नाम से भी जाना जाता हैं क्योंकि इसकी दीवारों का रंग लाल है | यह यमुना नदी के दाहिने किनारे पर स्थित हैं | इसके चरों ओर 30 मीटर ऊँची पत्थर की दीवार है | इसके निर्माण में लाल पत्थर और संगमरमर का प्रयोग हुवा हैं |
इस किले की दीवारें मुख्य दो द्वारों पर खुलती हैं --- दिल्ली दरवाजा और लाहौर दरवाजा | लाहौर दरवाजा इस किला का मुख्य प्रवेश द्वार है |
लाल किला को यूनेस्को द्वारा वर्ष 2007 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में चयनित किया गया | हर 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री देश को इसी लाल किले से सम्बोधित करते हैं |
कुतुब मीनार :
कुतुब मीनार दक्षिण दिल्ली में स्थित विश्व की सबसे ऊँची मीनार है | क़ुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया पर वे इसे पूरा नहीं करवा पाए | फिरोजशाह तुगलक ने इस मीनार की पांचवी और आखिरी मंजिल बनवाई |
इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर और व्यास 14.3 मीटर है | शिखर पर इसका व्यास 2.75 मीटर है |
कुतुब मीनार को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है |
ताज महल :
ताज महल एक विश्व धरोहर मकबरा है जिसका निर्माण शाहजहां ने अपनी रानी मुमताज की याद में सन 1631 आगरा में कराया था | इसीलिए ताज महल को प्रेम के प्रतिक के रूप में जाना जाता है | ताज महल , विश्व के सात आश्चर्य में शामिल है |
जामा मस्जिद :
जामा मस्जिद , भारत की सबसे बड़ी मस्जिद के रूप में जानी जाती है | इसे मस्जिद -ए - जहाँ के नाम से भी जाना जाता है | जामा मस्जिद का निर्माण मुग़ल शासक शाहजहाँ ने 17 वीं शताब्दी में दिल्ली में कराया था | यह लाल किला के ठीक सामने स्थित है | इस मस्जिद में एक विशाल आयताकार अहाता है जो 75 मीटर लम्बा और 66 मीटर चौड़ा है | इस मस्जिद में एक साथ 25000 लोगों के बैठने की क्षमता है |
लाल किला :
लाल किला का निर्माण पांचवे मुग़ल शासक शाहजहां ने 17 वीं सदी में पुरानी दिल्ली में कराया था | इसे बनाने में लगभग नौ वर्ष का समय लगा | इसे रेड फोर्ट के नाम से भी जाना जाता हैं क्योंकि इसकी दीवारों का रंग लाल है | यह यमुना नदी के दाहिने किनारे पर स्थित हैं | इसके चरों ओर 30 मीटर ऊँची पत्थर की दीवार है | इसके निर्माण में लाल पत्थर और संगमरमर का प्रयोग हुवा हैं |
इस किले की दीवारें मुख्य दो द्वारों पर खुलती हैं --- दिल्ली दरवाजा और लाहौर दरवाजा | लाहौर दरवाजा इस किला का मुख्य प्रवेश द्वार है |
लाल किला को यूनेस्को द्वारा वर्ष 2007 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में चयनित किया गया | हर 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री देश को इसी लाल किले से सम्बोधित करते हैं |
कुतुब मीनार :
कुतुब मीनार दक्षिण दिल्ली में स्थित विश्व की सबसे ऊँची मीनार है | क़ुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया पर वे इसे पूरा नहीं करवा पाए | फिरोजशाह तुगलक ने इस मीनार की पांचवी और आखिरी मंजिल बनवाई |
इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर और व्यास 14.3 मीटर है | शिखर पर इसका व्यास 2.75 मीटर है |
कुतुब मीनार को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है |
ताज महल :
ताज महल एक विश्व धरोहर मकबरा है जिसका निर्माण शाहजहां ने अपनी रानी मुमताज की याद में सन 1631 आगरा में कराया था | इसीलिए ताज महल को प्रेम के प्रतिक के रूप में जाना जाता है | ताज महल , विश्व के सात आश्चर्य में शामिल है |
Very good
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